चम्पावत। सीमा पास नेपाल की सेना ने सुरक्षित घरों का निर्माण शुरू कर दिया है। मानसून काल में बाढ़ से प्रभावित नेपाल के साथ भारत के नागरिकों को यहां पर अस्थाई समय के लिए विस्थापित किया जा सकेगा। इस शेफ हाउस में दोनों देशों के नागरिक बाढ़ के हालातों में सुरक्षित रह सकेंगे।
भारत-नेपाल सीमा के पास कंचनपुर के दोधारा चांदनी नगरपालिका अंतर्गत कुटियाकावर में मेयर किशोर लिंबू और सेना प्रमुख राजीव जंग ठाकुरी ने संयुक्त रूप से शेफ हाउस की आधारशिला रखी। सेना प्रमुख ठाकुरी ने कहा कि इन सुरक्षित घरों का सेना इसलिए निर्माण करा रही है ताकि मानसून काल में नेपाल सीमा से सटे इलाकों में बाढ़ के दौरान प्रभावितों का विस्थापन यहां हो सके। कहा कि नेपाल सीमा से सटे 42 परिवारों के अलावा बाढ़ के दौरान यह घरों का उपयोग भारतीय नागरिकों के लिए किया जा सकेगा। बनबसा से होकर जाने वाली शारदा नदी के कारण नेपाल के सीमावर्ती इलाकों को हर बार बाढ़ से जूझना पड़ता है। भारतीय इलाके बनबसा में मानसून सीजन से निपटने के लिए किसी प्रकार की तैयारी नहीं की गई है। बमनपुरी गांव में हर साल हुड्डी नदी कटाव के कारण नुकसान करती है। साथ ही बाढ़ से आफत लाती है। प्रधान भावना नेगी ने कहा कि कई बार स्थाई समाधान के लिए प्रशासन से गुजारिश की लेकिन ग्रामीणों की बात नहीं सुनी जा रही है। गुदमी, पचपकरिया में हल्की बरसात में भी जलभराव हो जाता है।