वाशिंगटन।
जी-20 देशों के नेताओं ने मंगलवार को तालिबान के शासन वाले अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की। इसमें आतंकवाद रोधी प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने और देश में अभी भी फंसे विदेशी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने पर भी बात की गई। व्हाइट हाउस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित जी-20 देशों के नेताओं ने अफगानिस्तान पर जी-20 के शिखर सम्मेलन के दौरान स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से अफगान लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने पर सहमति व्यक्त की।
व्हाइट हाउस के मुताबिक जी-20 के नेताओं के साथ राष्ट्रपति बाइडन की बैठक के बारे में बयान में कहा गया कि नेताओं ने आईएसआईएस-के से खतरों के खिलाफ स्थायी आतंकवाद विरोधी प्रयासों पर एक ध्यान केंद्रित करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर चर्चा की और अफगानिस्तान से निकलना चाह रहे विदेशी नागरिकों तथा अफगान भागीदारों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने की मांग की। व्हाइट हाउस ने कहा कि नेताओं ने स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से अफगान लोगों को सीधे मानवीय सहायता प्रदान करने और महिलाओं, लड़कियों तथा अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों सहित सभी अफगानों के लिए मौलिक मानवाधिकारों को बढ़ावा देने को लेकर अपनी सामूहिक प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान में समस्याओं के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।