रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का पुनर्वास सरकार की जिम्मेदारी है।
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में आयोजित बस्तर ओलंपिक को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि देश मार्च 2026 तक माओवादियों से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर नक्सली आत्मसमर्पण की अपील नहीं मानेंगे तो उन्हें सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। यदि आप आत्मसमर्पण करते हैं और मुख्यधारा में शामिल होते हैं तो आप छत्तीसगढ़ और भारत के विकास में योगदान देंगे। शाह ने आरोप लगाया कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में थी तब नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई धीमी हो गई थी। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगर बस्तर नक्सलमुक्त हो जाए तो यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण कश्मीर की तुलना में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा, हर कोई कह रहा है कि बस्तर बदल रहा है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जब मैं 2026 के बस्तर ओलंपिक में आऊंगा तो मैं कहूंगा कि बस्तर बदल गया है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव की शुरुआत बस्तर ओलंपिक से हुई है। यह आयोजन आने वाले दिनों में बस्तर के विकास की एक नई गाथा लिखेगा और नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन का मजबूत आधार बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई विकास कार्य किए जा रहे हैं, इससे नक्सलवाद को खत्म करने में मदद मिल रही है।