कैलिफोर्निया। नासा की नैन्सी ग्रेस रोमन स्पेस टेलीस्कोप टीम ने रोमन कोरोनाग्राफ इंस्ट्रूमेंट को टेलीस्कोप के इंस्ट्रूमेंट कैरियर के साथ सफलतापूर्वक जोड़ दिया है। कोरोनाग्राफ को नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में डिजाइन और इसका परीक्षण किया गया था। यह उपकरण नासा के अगले मिशन का हिस्सा है। इसका मकसद डार्क एनर्जी, एक्सोप्लैनेट और इन्फ्रारेड खगोल भौतिकी से जुड़े रहस्यों का पता लगाना है। रोमन कोरोनाग्राफ इंस्ट्रूमेंट एक उन्नत तकनीक है। यह मेजबान सितारों से प्रकाश को रोक एक्सोप्लैनेट का सीधे निरीक्षण करता है। नासा के वैज्ञानिक रॉब जेलेम के अनुसार, यह तकनीक अगले अंतरिक्ष मिशनों में उपयोग की जाएगी, जो पृथ्वी जैसे ग्रहों की तलाश करेंगे। कोरोनाग्राफ का उद्देश्य हैबिटेबल वर्ल्ड्स ऑब्जर्वेटरी जैसे भविष्य के मिशनों के लिए तकनीकी कदम के रूप में काम करना है। रोमन कोरोनाग्राफ को इंस्ट्रूमेंट कैरियर पर जोड़ा गया। यह अंतरिक्ष टेलीस्कोप के दर्पण और यान को जोड़ने वाली संरचना है। इसे विशेष उपकरणों और एडेप्टर से सावधानीपूर्वक स्थापित किया गया। इसमें जोड़े गए कोरोनाग्राफ का आकार एक बेबी ग्रैंड पियानो के समान है, और इसे सही तापमान बनाए रखने के लिए इन्सुलेशन जोड़ा गया। इस महत्वपूर्ण एकीकरण से मिशन के अगले कदम के लिए एक मजबूत आधार तैयार हुआ है।