कुआलालंपुर।
दक्षिण पूर्व एशिया के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को एक आपात बैठक में म्यांमार के सैन्य नेता को वार्षिक शिखर सम्मेलन में आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया। दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) का यह कदम म्यांमा के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका है।
म्यांमार में सेना ने एक फरवरी को आंग सान सू ची की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर दिया था। उसके बाद से छिड़ी हिंसा में 1100 से ज्यादा आम नागरिकों की मौत हो चुकी है। इस वजह से 10 देशों के संगठन आसियान पर म्यांमा के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने का बहुत दबाव रहा है। म्यांमार का संकट खत्म करने के लिए अगस्त में आसियान ने ब्रूनेई के द्वितीय विदेश मंत्री इरिवान यूसुफ को विशेष दूत के तौर पर नामित किया था। सू ची और अन्य नेताओं से मिलने की अनुमति नहीं दिए जाने के कारण विशेष दूत ने इस सप्ताह म्यांमा का अपना दौरा अचानक रद्द कर दिया।