शिमला। करन उप्रेती
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने वर्ष 2021 में निरस्त किये गये कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग संबंधी अपना बयान बुधवार को वापस ले लिया और कहा कि ये उनके निजी विचार हैं, पार्टी के रुख को प्रदर्शित नहीं करते हैं। कंगना ने मंगलवार को मंडी में कहा था कि केवल चंद राज्यों में ही कृषि कानूनों का विरोध हुआ है। मैं अपील करती हूं कि किसानों के हित में इन कृषि कानूनों को वापस लाया जाए।
इससे पहल भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक्स पर कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बयान यह कंगना रनौत के व्यक्तिगत विचारों को दर्शाता है। उनका यह बयान भाजपा के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करता है। जिसके बाद रनौत ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि किसान कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और इन विधेयकों पर पार्टी के रुख को नहीं प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने एक्स पर अपना एक वीडियो बयान भी जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे यह अवश्य याद रखना चाहिए कि मैं अब एक कलाकार ही नहीं, बल्कि भाजपा की एक सदस्य भी हूं और मेरे विचार निजी नहीं बल्कि पार्टी का रुख प्रतिबिंबित करने वाले होने चाहिए। रनौत ने 68 सेकंड के इस वीडियो में कहा कि यदि मैंने अपने शब्दों एवं विचारों से किसी को निराश किया है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। ज्ञात हो कि पिछले महीने भी रनौत ने किसान आंदोलन को लेकर विवादास्पद बयान दिया था, जिसके बाद पार्टी ने उनके बयान से दूरी बना ली थी। भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के कृषि कानूनों सबंधित बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ये बयान इस बात का संकेत हैं कि भाजपा इन तीन कानूनों को वापस लाने की कोशिश कर रही है। उसने कहा कि हरियाणा उसका मुंहतोड़ जवाब देगा।