लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
कहा है कि मातृ शक्ति हर क्षेत्र में नेतृत्व दे सकती है, समाज का मार्गदर्शन कर सकती है। शारदीय नवरात्रि की नवमी पर गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि नवरात्र पर मातृ शक्ति के प्रति श्रद्धा और सम्मान के भाव को व्यावहारिक जीवन में उतारने की आवश्यकता है। बेटियों के प्रति पवित्रता और देवी स्वरूपा का यह भाव रखें तो समाज में उनके खिलाफ यदा-कदा होने वाली वारदातों पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है।
महानवमी पर गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि चराचर जगत की हर शक्ति का आधार आदि शक्ति या मातृ शक्ति है। नवरात्र की सनातन परंपरा में हर भारतीय मातृ शक्ति के प्रति अपने भाव को प्रदर्शित करता है। सीएम ने कहा कि बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वावलंबन के अभियान को हमें मिल कर आगे बढ़ाना होगा। केंद्र एवं राज्य सरकार इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का जो अभियान प्रारम्भ किया है, उससे बेटियों का बचाव भी होगा और उनकी शिक्षा का मार्ग भी प्रशस्त होगा। एक बेटी जब बचेगी, एक बेटी जब पढ़ेगी तो वह समाज में सम्मान और स्वावलंबन के मार्ग का अनुसरण स्वयं कर लेगी। मातृ वंदना और महिला सुरक्षा के कार्यक्रम भी इसी अभियान को नई दिशा दे रहे हैं। योगी ने कहा कि बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए प्रदेश सरकार ने भी कई कार्यक्रम चलाए हैं। इन्हीं में से एक कन्या सुमंगला योजना से प्रदेश में 10 लाख से अधिक बालिकाएं आच्छादित हो चुकी हैं। इस योजना में बालिका के जन्म से लेकर उसकी स्नातक तक की पढ़ाई के लिए 15 हजार रुपये का पैकेज चरणवार मिलता है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत करीब पौने दो लाख उन कन्याओं का विवाह संपन्न कराया गया है, जिनके अभिभावकों की स्थिति खर्च उठाने की नहीं है। मिशन शक्ति का भाव भी बहन, बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का है। यह मिशन समाज के हर व्यक्ति को इस अभियान से जोड़ने और उन्हें प्रेरित करने का है।