हल्द्वानी। अनीता रावत
पर्यटक इस बार उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेल का दीदार कर सकेंगे। पार्क प्रशासन ढिकाला के सांभर रोड, खिनानौली समेत आठ किमी के सफारी रास्ते पर बोर्ड लगाने जा रहा है। इन बोर्डों में पीएम के दौरे की खास बातें और कार्बेट क्षेत्र की विशेषताओं का उल्लेख किया जाएगा।
कॉर्बेट पार्क के डायरेक्टर राहुल ने बताया कि कॉर्बेट में हाईटेक तरीके से वन्यजीवों की सुरक्षा की जाती है। दक्षिणी सीमा पर नाइट विजन कैमरों से सुरक्षा होती है। ढिकाला में कोई भी पर्यटक हुड़दंग न करे, इसके लिए गेस्ट हाउस के बाहर और सफारी वाले रास्तों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कॉर्बेट का प्रसिद्ध ढिकाला जोन 15 नवंबर से पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। इसके लिए पार्क प्रशासन तैयारियों में जुटा है। जबकि बिजरानी समेत अन्य जोन में रात्रि विश्राम की व्यवस्था 15 अक्तूबर से शुरू हो जाएंगी। बरसात से क्षतिग्रस्त सफारी मार्गों की मरम्मत और गेस्ट हाउसों के रंग-रोगन का कार्य चल रहा है। ढिकाला के रेंजर राजेंद्र चकरायत ने बताया कि कॉर्बेट में साल 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी भ्रमण पर आए थे। उन्होंने ढिकाला के सांभर रोड, गेठिया और खिनानौली रेंज के सफारी रास्तों पर जंगल का भ्रमण किया था। तब से ही ‘मोदी ट्रेल’ को विकसित किए जाने का काम चल रहा है। पीएम ने सांभर रोड खिनानौली आदि सफारी वाले रास्तों से करीब आठ किमी के दायरे में कॉर्बेट को करीब से देखा। जहां पर पीएम ने भ्रमण किया था, उन रास्तों पर बोर्ड लगाकर मोदी ट्रेल और विशेषताओं की जानकारी दी जाएगी। यह काम 15 नवंबर से पहले कर लिया जाएगा। कॉर्बेट के निदेशक राहुल ने बताया कि कॉर्बेट में वन्यजीवों के करीब जाकर फोटो और उनका रास्ता रोकने के मामले सामने आते रहते हैं। इसलिए नियमों को तोड़ने वालों पर जुर्माने के साथ वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगाने की कार्रवाई की जाएगी।