देहरादून, अर्पणा पांडेय।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 114वें संस्करण में उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के झाला गांव का जिक्र किया। उन्होंने झाला गांव में स्वच्छता को लेकर गांव के युवाओं की ओर से शुरू की गई पहल धन्यवाद प्रकृति (थैक्यू नेचर) की सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि हर गांव इस तरह की पहल शुरू करे तो देश में स्वच्छता के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आएगा।
मन की बात में प्रधानमंत्री ने देश भर में स्वच्छता को लेकर किए जा रहे कई अभिनव कार्यों का जिक्र किया। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सीमावर्ती गांव झाला का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस गांव के युवाओं ने एक खास पहल शुरू की है। गांव के युवा धन्यवाद प्रकृति या कहें थैक्यू नेचर अभियान चला रहे हैं, इसके तहत युवा रोजाना दो घंटे गांव के मोहल्लों और गलियों में सफाई करते हैं, इससे जहां गांव स्वच्छ हो रहा है, वहीं ग्रामीण स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हर गांव इस तरह की पहल शुरू करे तो देश में स्वच्छता के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आ सकता है। चीन सीमा के निकट वाइब्रेंट विलेज में शामिल झाला गांव पर्यावरण प्रहरी बनकर सतत विकास को भी गति दे रहा है। गांव के युवा प्रतिदिन की सफाई के दौरान गांव की गलियों में बिखरे हुए कूड़े को समेटकर उसे गांव के बाहर तय जगह पर डालते हैं। गांव के सभी 140 घरों और बाजार से कचरा एकत्र कर संग्रहण केंद्र पहुंचाय जाता। इस दौरान प्लास्टिक युक्त अजैविक कचरे पर विशेष ध्यान दिया जाता है। विकास और सुविधाओं के साथ ग्रामीणों का दैनिक स्वच्छता मंत्र अन्य के लिए भी प्रेरणा बन रहा है। बीती आठ जुलाई 2024 से लेकर अब तक गांव के युवा करीब 70 बोरे प्लास्टिक युक्त कूड़ा एकत्र कर चुके हैं। यही नहीं, झाला बाजार की हर दुकान, होटल और गांव में घर-घर जाकर ये युवा लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं, ताकि कूड़े को इधर-उधर फेंकने के बजाय उसे अलग-अलग बैग में एकत्र करना सभी की आदत का हिस्सा बन जाए। अभियान में गांव के सभी लोग युवाओं का पूरा सहयोग करते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में उत्तरकाशी के झाला गांव का जिक्र किया है, जो हम सब के लिए गौरव की बात है। 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सबको अपना योगदान देना है।