नई दिल्ली। नीलू सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई। इस दौरान मोदी ने कहा, दिल्ली से वाराणसी की अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस के डिजाइनरों और इंजीनियरों का मैं आभारी हूं। यह ट्रेन 17 फरवरी से दिल्ली से वाराणसी के बीच सप्ताह में पांच दिन चला करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में अपनी ईमानदारी और कड़ी मेहनत से हमने रेलवे को सुधारने का प्रयास किया है। मोदी ने कहा कि यह ट्रेन ‘एक भारत और श्रेष्ठ भारत’ की मजबूती का प्रतिनिधित्व करती है। रेलवे उन क्षेत्रों में से एक है जिसने निर्माण में विकास, रेल कोच फैक्ट्रियों का आधुनिकीकरण, डीजल कोच को बिजली से चलने वाले कोच में बदलने और मेक इन इंडिया के तहत नई फैक्ट्रियों की स्थापना की है। मोदी ने कहा, इससे पहले आपको याद होगा कि रेलवे की टिकट आरक्षण प्रणाली किस हाल में थी। एक मिनट में यह केवल 2000 टिकट बुक कर सकती थी, लेकिन अब रेलवे की वेबसाइट यूजर फ्रेंडली हो गई है। अब इस पर एक मिनट में 20,000 से अधिक टिकट बुक की जा सकती हैं। पहले स्थिति ऐसी थी कि एक रेल परियोजना की मंजूरी के लिए न्यूनतम दो साल का समय लगता था, लेकिन अब इसे अधिकतम छह महीने में कर लिया जाता है। ऐसे प्रयासों से रेल कार्यों को गति मिली है।
मोदी ने कहा, रेलवे के आधुनिकीकरण के प्रयासों से रोजगार पैदा हुए हैं। मुझे बताया गया कि 2014 से रेलेव में अब तक कुल डेढ़ लाख कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है। अतिरिक्त भर्तियों से यह संख्या बढ़कर सवा दो लाख तक पहुंच जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को हटाने, छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलने और विद्युतिकरण के क्षेत्र में रेलवे द्वारा किए गए कार्य की भी प्रशंसा की। इससे दुर्घटनाओं में कमी आई। अब भी काफी कुछ किया जाना बाकी है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली व्यवसायिक यात्रा के लिए टिकटें पूरी तरह बिक गईं हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस ट्रेन के लिए बुकिंग गुरुवार को शुरू हुई। रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) गिरीश पिल्लै ने कहा कि ट्रेन पूरी तरह से बुक हो गई है।