जॉर्जटाउन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन के अवसर पर कैरेबियाई देशों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने तथा कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को दूसरे भारत-कैरेबियाई समुदाय (कैरिकॉम) शिखर सम्मेलन से इतर कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से मुलाकात की। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि गयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। राष्ट्रपति का स्वयं भारत के साथ प्रगाढ़ संबंध है। दोनों नेताओं ने कौशल विकास, क्षमता निर्माण, कृषि, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय विकास सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा बुनियादी ढांचे, शिपिंग, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में गयाना के लिए एक विश्वसनीय साझेदार रहेगा। मोदी ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदा रोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन जैसी पहलों के लिए कैरेबियाई राष्ट्र के समर्थन को उल्लेखनीय बताया। मोदी ने बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बैठक में बारबाडोस की प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के दौरान देश की सहायता में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और भारत-बारबाडोस संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को सराहा। मंत्रालय ने कहा कि इस उच्चस्तरीय बैठक ने दोनों नेताओं को भारत-बारबाडोस संबंधों में नई जान डालने और उन्हें मजबूत करने का अवसर प्रदान किया, साथ ही स्वास्थ्य एवं फार्मा तथा संयुक्त राष्ट्र में सहयोग सहित कई प्रमुख क्षेत्रों में जारी सहयोग की समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी ने बहामास के अपने समकक्ष फिलिप डेविस से भी मुलाकात की और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन कार्रवाई एवं हरित साझेदारी पर केंद्रित सार्थक चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि नेताओं ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन से इतर मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री कीथ रोले से भी मुलाकात की। उन्होंने भारत के प्रमुख ‘यूपीआई प्लेटफॉर्म’ को अपनाने के लिए डॉ. रोले को बधाई दी। विदेश मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि नेताओं ने डिजिटल परिवर्तन, स्वास्थ्य, रक्षा और समुद्री सुरक्षा, परिवहन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं की उपस्थिति में त्रिनिदाद और टोबैगो में एकीकृत स्वचालित फल एवं सब्जी प्राथमिक प्रसंस्करण गतिविधियां स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन का भी आदान-प्रदान हुआ। मोदी ने सूरीनाम के राष्ट्रपति चान संतोखी से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की तथा आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के महत्व पर बल दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं वाणिज्य, कृषि, यूपीआई, आईसीटी, स्वास्थ्य सेवा, पारंपरिक चिकित्सा और फार्मास्यूटिकल्स, क्षमता निर्माण, मानव संसाधन विकास, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव के साथ डिजिटल पहलों सहित द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने डोमिनिका के अपने समकक्ष रूजवेल्ट स्केरिट से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि नेताओं ने जलवायु अनुकूल, स्वास्थ्य सेवा, क्षमता निर्माण और लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने जैसे क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में सहयोग पर भी चर्चा की। मोदी ने एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के साथ भी बैठक की। मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री ने चौथे एसआईडीएस (लघु द्वीप विकासशील देश) सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए प्रधानमंत्री ब्राउन को बधाई दी। प्रधानमंत्री ब्राउन ने शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा प्रस्तुत सात स्तंभों वाली कैरिकॉम योजना की सराहना की। नेताओं ने व्यापार और निवेश, एसआईडीएस के लिए क्षमता निर्माण और जलवायु परिवर्तन कार्रवाई के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ब्राउन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए समर्थन की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने शिखर सम्मेलन से इतर सेंट लूसिया के प्रधानमंत्री फिलिप जे पियरे से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने क्षमता निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, क्रिकेट और योग के क्षेत्र में सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया तथा भारत-सेंट लूसिया द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया।