नई दिल्ली। टीएलआई
भारतीय वायुसेना ने लद्दाख में एक मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर यानी एटीसी टावर तैनात किया है। इसे दुनिया के सबसे ऊंचे मोबाइल एटीसी में से एक बताया जा रहा है। न्योमा के एडवांस लैंडिंग ग्राउंड में स्थापित यह एटीसी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास विमानों और हेलीकॉप्टर के संचालन में मदद करेगा।
ग्रुप कैप्टन अजय राठी के मुताबिक अग्रिम मोर्चे पर सैन्य तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के लिए ऐसे ढांचे का होना बेहद जरूरी था। मोबाइल एटीसी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में हवाई अभियानों के संचालन में बेहद सहायक साबित होगा। वायुसेना के सूत्रों ने बताया कि भारत पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी, फुकचे और न्योमा में हवाई पट्टियां बनाने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। क्षेत्र में किसी भी तरह की हवाई घुसपैठ को रोकने के लिए उसने इग्ला मैन-पोर्टेबल वायुरक्षा मिसाइलें भी तैनात की हैं।
सूत्रों के अनुसार पूर्वी लद्दाख में चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने लड़ाकू विमानों की तैनाती भी बढ़ा दी है। क्षेत्र में बड़ी संख्या में राफेल और मिग-29 युद्धक विमानों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने पिछले एक साल में 14 से 17 हजार फीट की ऊंचाई वाले इलाकों में शून्य से बेहद कम तापमान में रहते हुए अपनी सैन्य तैयारियों को और पुख्ता किया है। इस दौरान टैंकों की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में काफी सुधार लाना भी संभव हो पाया है।