हल्द्वानी। अनीता रावत
पहाड़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही मूलभूत सुविधाओं की हकीकत बयां करती एक तस्वीर देखने को मिली। भीमताल विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और विधायक राम सिंह कैड़ा की मां की तबियत बिगड़ी तो ग्रामीण रेवती देवी को उपचार के लिए डोली में बैठाकर अस्पताल लेकर पहुंचे। विधायक की माता रेवती देवी के पैर में सूजन होने के कारण उन्हें गांव में इलाज नहीं मिल रहा था, जिसके कारण उन्हें शहर के लिए लाना पड़ा। विधायक ने कहा कि उनकी माँ गांव में ही रहना पसंद करती है, जिस कारण उनके अनुरोध पर ग्रामीण 7 किलोमीटर पैदल चल कर उन्हें डोली में लेकर मुख्य सड़क पर पहुंचे। इसके बाद उन्हें हल्द्वानी के अस्पताल ले जाया गया। यह भी एक संदेश है कि पहाड़ के अधिकतर वृद्धजन गांव छोड़ने को तैयार ही नहीं है। भले ही उनकी नई पीढ़ी शहर की ओर रुख कर रही हो, लेकिन यह उनका ही लगाव है कि वह अपने मातृभूमि को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। इसका जीता जागता सबूत भीमताल विधायक की मां को देखने पर पता चला, हालांकि विधायक ने कहा कि वह गांव तक मार्ग बनाने का प्रस्ताव पास करा चुके हैं। जल्द ही मोटर मार्ग का निर्माण करा लिया जाएगा। विधायक के गांव का यह हाल है तो आमजन की पीड़ा कौन समझेगा? यह भी एक विडंबना है कि जब जनप्रतिनिधि का गांव ही मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हो तो आमजन और दूरदराज के पहाड़ी इलाकों के लोग कैसे रहते होंगे या यह उनकी नियति बन चुकी है। यह भी सोचने वाली बात है कि अगर संपन्न परिवारों के साथ ही जनप्रतिनिधियों के गांव की हालत ऐसी है तो गरीब जरूरतमंद और पहाड़ लगाव रखने वालों की स्थिति क्या होगी , जिन्हें सुविधाएं नसीब तो होती नहीं दूर से ही संतोष कर लेते हैं