नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
रक्षा मंत्रालय की तरफ से पेगासस की खरीद नहीं की गई। यह अनुमान रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान के बाद लगाए जा रहे हैं।
पेगासस के मुद्दे पर संसद में हंगामे के बावजूद सरकार ने इसे खरीदने या नहीं खरीदने को लेकर अभी तक कोई बयान नहीं आया है। लेकिन सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने पहली बार आधिकारिक रूप से कहा कि उसने एनएसओ ग्रुप आफ टेक्नोलॉजीज के साथ कोई लेनदेन नहीं किया है। डॉ. वी. शिवादासन के एक लिखित प्रश्न के उत्तर में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने यह उत्तर दिया है। दरअसल, शिवादासन का सवाल रक्षा मंत्रालय के बजट और विदेशों से सामग्री की खरीद को लेकर था। इसी प्रश्न के एक उप प्रश्न के रूप में उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या सरकार ने एनएसओ ग्रुप आफ टेक्नोलॉजीज के साथ कोई लेन-देन किया था, यदि हां तो उसका ब्यौरा क्या है ? जवाब में भट्ट ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने एनएसओ ग्रुप आफ टेक्नोलॉजीज के साथ कोई लेन-देन नहीं किया है। बता दें कि यही कंपनी पेगासस साफ्टेवयर बनाती है तथा उसका दावा है कि वह इसे सिर्फ सरकारों को ही बेचती है। बता दें कि विशिष्ट व्यक्तियों की जासूसी के मुद्दे को लेकर संसद में विपक्ष लगातार हंगामा कर रहा है तथा विगत 19 जुलाई से संसद के दोनों सदनों में एक दिन भी ठीक से कार्य नहीं हो पाया है। सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर संसद में एक बयान दिया गया था लेकिन उसमें खरीदे जाने या नहीं खरीदने के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा गया था।