वाशिंगटन।
अफगानिस्तान से सैन्य वापसी के तरीके को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को बाइडन प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अतीत में कभी भी सैन्य वापसी के अभियान को इतनी बुरी तरह से अंजाम नहीं दिया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने की समयसीमा तय की थी। हालांकि, तालिबान ने इससे दो हफ्ते पहले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। इससे मुल्क की स्थिति काफी खराब हो गई। अफगान मिशन की समाप्ति पर ट्रंप ने कहा, इतिहास में कभी भी सैन्य वापसी का अभियान इतनी बुरी तरह से नहीं चलाया गया, जैसे बाइडन प्रशासन ने अफगानिस्तान में चलाया। बाइडन प्रशासन को अफगानिस्तान में मौजूद अपने सभी संसाधनों को फौरन अमेरिका को लौटाने की मांग करनी चाहिए, क्योंकि इन पर करीब 85 अरब डॉलर (करीब 6375 अरब रुपये) लगे हैं।
ट्रंप ने कहा, अगर तालिबान इन संसाधनों को वापस नहीं करता है तो हमें जाहिर तौर पर सेना भेज उन्हें वापस लाना चाहिए या कम से कम उन पर बम गिराने चाहिए। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व शीर्ष राजनयिक निक्की हैले सहित कई नेताओं ने भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बाइडन प्रशासन की आलोचना की है।