लखनऊ। टीएलआई
राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। बुलंदशहर के बंसी घाट पर कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट समेत कई नेता मौजूद थे।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन शनिवार को लखनऊ में हो गया था। रविवार को लखनऊ में श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को अलीगढ़ ले जाया गया, जहां महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में आम लोगों के दर्शनार्थ रखा गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव अतरौली ले जाया गया। कल्याण सिंह के शव यात्रा के काफिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल थे। अतरैली में उनके गांव के लोगों ने पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद शव यात्रा बुलंदशहर के नरौरा स्थित बंसी घाट के लिए रवाना हो गया। शव यात्रा में कल्याण को श्रद्धांजलि देने के लिए जलसैलाब उमड़ा हुआ था। जनसैलाब को देखते हुए अंतिम संस्कार के लिए घाट पर प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जिन-जिन जगहों से होकर अंतिम यात्रा को गुजरना है, वहां भी कदम-कदम पर प्रशासन मुस्तैद है। बंसी घाट परपूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ी की व्यवस्था की गई थी। बुलंदशहर जिले के नरौरा के बंसी घाट पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बेटे राजवीर सिंह ने मुखाग्नि दी है। पूर्व सीएम को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह भी पैतृक गांव अतरौली पहुंचे थे। श्रद्धांजलि देने के बाद शाह ने कहा कि जिस दिन राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था, उसी दिन मेरी बाबूजी से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया। बाबू जी का पूरा जीवन यूपी के विकास व गरीबों के लिए समर्पित रहा। देश को बेहतर गति एवं दिशा दी। प्रदेश का विकास किया।