लखनऊ। प्रिया सिंह
प्रश्न पत्र सॉल्वर गिरोह के सरगना कस्टम और एक्साइज अधिकारी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। मेरठ एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अधिकारी दिल्ली में नौकरी करता है जबकि उसका परिवार सोनीपत का रहने वाला है। आरोपी अधिकारी ने नलकूप विभाग की भर्ती परीक्षा के अलावा ग्राम पंचायत अधिकारी और सिविल कोर्ट ग्रुप-सी व डी की परीक्षाओं में सेंधमारी और ठगी कराई थी। गौरतलब है कि गिरोह के सात आरोपियों को करीब 25 दिन पहले बड़ौत में पकड़ा गया था। आरोपी के पास करोड़ों की संपत्ति बताई गई है। गिरोह का संपर्क अरविंद राणा से बताया जा रहा है।एसटीएफ मेरठ की टीम ने 27 दिसंबर 2018 को बागपत के बड़ौत में ग्राम पंचायत अधिकारी भर्ती परीक्षा में उत्तर पुस्तिका बदलने का झांसा देकर सॉल्वर बैठाने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया था। बड़ौत कोतवाली में सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपियों से उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा भेजे गए ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा के कुछ प्रवेश पत्र, कुछ मार्कशीट, मोबाइल फोन और भारत सरकार शहरी विकास मंत्रालय का एक पहचान पत्र बरामद किया गया था। मोबाइल कॉल डिटेल और बाकी जानकारी के बाद एसटीएफ ने बागपत के बड़ौत स्थित गांव वाजिदपुर निवासी विजय तोमर उर्फ नीटू, अंकित पुनिया निवासी सैनिक विहार कंकरखेड़ा मेरठ, कुलदीप उर्फ छोटू निवासी वजीरपुर गोहाना सोनीपत और बालकृष्ण मिश्रा निवासी फतेहपुर को फरार दिखाया। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि विजय तोमर और बालकृष्ण दोनों ही गिरोह के सरगना हैं। विजय दिल्ली में किसी विभाग का अधिकारी बताया गया, तभी से एसटीएफ विजय के पीछे लगी थी। मेरठ में रविवार को सिविल कोर्ट ग्रुप-सी परीक्षा में भी ये गिरोह सक्रिय था। एक अभ्यर्थी के नकल करते पकड़े जाने के बाद इनपुट मिला और एसटीएफ ने सोमवार रात सोनीपत से विजय को गिरफ्तार कर लिया। खुलासा हुआ कि विजय सुपरिटेंडेंट ऑफ कस्टम एंड एक्साइज है और दिल्ली में आईजीआई रोड स्थित कार्यालय में तैनात है। वर्तमान में सोनीपत की अंसल टाउन कालोनी में रह रहा था। आरोपी के खिलाफ मेरठ के ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।