नई दिल्ली। पंजाब के अटारी बोर्डर से ड्रग्स तस्करी के मुख्य आरोपी को एनआईए ने गिरफ्तार किया लिया है। पकड़ा गया मुख्य आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली का तहसीम उर्फ मोटा पुत्र नफीस अहमद के रूप में हुई है।
अमृतसर के अटारी स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) के रास्ते अफगानिस्तान से भारत में तस्करी कर लाई गई लगभग 700 करोड़ रुपये मूल्य की 103 किलोग्राम हेरोइन अप्रैल 2022 में सीमा शुल्क विभाग द्वारा जब्त की गई थी। एनआईए के मुताबिक, ड्रग्स को मुलेठी की जड़ों की खेप में छुपाया गया था। बयान में कहा गया, ‘अटारी सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी और जब्ती मामले में एक बड़ी सफलता में एनआईए ने एक अन्य प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो दवाओं की आय प्राप्त करने और उसे विदेश स्थित फरार मास्टरमाइंडों तक पहुंचाने में शामिल था।’ इसमें कहा गया है कि आदतन अपराधी तहसीम को पंजाब से अपने खाते में कई बार नकदी मिली हैं। बयान में कहा गया है कि एनआईए द्वारा आरोपियों के कई सहयोगियों की वित्तीय जांच से पता चला है कि तहसीम द्वारा प्राप्त धनराशि नशीली दवाओं की बिक्री से प्राप्त आय थी। वह अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल द्वारा भारत में विभिन्न वितरकों को दवाएं पहुंचाने के लिए रची गई बड़ी साजिश में भी प्रमुख संचालक था। एनआईए ने 16 दिसंबर, 2022 को मामले में चार लोगों- दुबई स्थित शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद, नजीर अहमद कानी, रजी हैदर जैदी और विपिन मित्तल के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया था। एनआईए ने कहा कि शाहिद अहमद और नजीर अहमद कानी फरार हैं। मामले में पहले रजी हैदर और विपिन मित्तल को गिरफ्तार किया गया था, उसके बाद एक अन्य आरोपी अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया, जब वह 15 दिसंबर, 2023 को देश से भागने की कोशिश कर रहा था।एनआईए के अनुसार, अमृतपाल सिंह के पास से 1.34 करोड़ रुपये की नशीले पदार्थों की आय बरामद की गई और प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत जब्त कर ली गई।