नई दिल्ली। अर्पण पांडेय
जम्मू-कश्मीर में गश्त के दौरान बारूदी सुरंग विस्फोट में अधिकारी और एक जवान शहीद हो गए। एक अन्य सैनिक घायल हो गए।
रक्षा जन संपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि 30 अक्तूबर को नौशेरा सेक्टर में गश्त के दौरान एक बारूदी सुरंग विस्फोट हुआ। इसमें सेना के एक अधिकारी और जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उनकी मौत हो गई। घायल होने वाले एक अन्य सैनिक को निकाला गया और उसका इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने कहा कि धमाका नौशेरा के कलाल इलाके में हुआ, जब सेना की टीम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के उपायों के तहत गश्त पर थी। उन्होंने कहा कि सीमा के पास का यह क्षेत्र घुसपैठ रोकने के लिए सेना द्वारा लगाए गए बारूदी सुरंगों से भरा हुआ है। रक्षा पीआरओ ने कहा, मृतक की पहचान लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और सिपाही मनजीत के रूप में की गई है। उन्होंने कहा कि वे बहादुर थे और अपने पेशे के प्रति बेहद प्रतिबद्ध थे। उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
लेफ्टिनेंट कुमार बिहार के बेगूसराय के रहने वाले थे जबकि सिपाही मनजीत सिंह पंजाब के बटिंठा के सिरवेवाला गांव के रहने वाले थे। प्रवक्ता ने कहा कि देश और भारतीय सेना सर्वोच्च बलिदान के लिए बहादुरों का हमेशा ऋणी रहेगी। जम्मू स्थित 16 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह और अन्य अधिकारियों ने अपने कर्तव्य के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए बहादुरों को सलाम किया। सेना की 16 कोर को व्हाइट नाइट कोर के नाम से भी जाना जाता है।व्हाइट नाइट कोर ने ट्वीट किया, ‘लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और सिपाही मनजीत सिंह की शहादत को सलाम, जिन्होंने नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास ड्यूटी के दौरान अपना बलिदान दिया। उनके परिवार के प्रति गहन संवेदनाएं।