सोनभद्र में भारत बंद के समर्थन में वामपंथियों का दो घंटे जाम

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सोनभद्र। जलाल हैदर खान
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आंदोलन भारत बंद के समर्थन में कम्युनिस्ट पार्टी और जनवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में और मोदी सरकार की हिटलरशाही रवैए के विरोध में प्रदर्शन किया। सोनभद्र के राबर्ट्सगंज के छपका ब्लाक कार्यालय पर सुबह से ही जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से किसानों व खेतिहर मजदूरों का जत्था इकठ्ठा होने लगा था।

सुबह ग्यारह बजे के आसपास प्रशासन को कार्यक्रम की भनक लगते ही प्रशासनिक खेमें में हलचल मच गई। पुलिस प्रशासन की तरफ से सीओ व कोतवाल मयफोर्स मौके पर पहुंचे जहां प्रदर्शन करने वाले से तीखी बहस व झड़प आधे घंटे तक चलती रही। प्रदर्शनकारियों का कहना रहा हम अपने मांगों के समर्थन में कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकालेंगे, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच चल रही नोंकझोंक के बीच ही तहसीलदार पंहुच कर प्रदर्शन करने वाले नेताओं से वार्ता किए उसके बाद भी कम्युनिस्ट कार्यकर्ता अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाने पर डटे रहे। पुलिस निरंकुश और असहाय नजर आती रही, प्रदर्शनकारियों ने पैदल मार्च करते हुए और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार तक ही पहुंच पाए थे कि पुनः पुलिस ने उन्हें रोक और कम्युनिस्ट कार्यकर्ता वहीं गेट पर जाम लगाते हुए जमकर नारेबाजी करते रहे। कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर ही जुलूस धरना में तब्दील हो गया, जहां लगभग दो घंटे तक कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार जाम रहा, और प्रदर्शनकारियों द्वारा सरकार की नीतियों का जमकर विरोध किया गया। इस दौरान सदर एसडीएम भी भारी पुलिस बल के साथ दो घंटे तक धूप में असहाय और खड़े रहे। धरना समाप्त होने पर प्रदर्शनकारियों ने महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित आठ सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम को सौंपा। इसमें प्रमुख रूप तीनों कृषि बिल को वापस लेने, बढ़ती मंहगाई पर रोक लगाने, विद्युत संसोधन बिल 2020 को वापस लेने, श्रम कानूनों में हो रहे बदलाव पर रोक लगाने, किसानों के फसल की एमएसपी की कानूनी गारंटी तक करने, पेट्रोल डीजल रसोई गैस की बढ़ती कीमतो पर रोक लगाने, जनपद में वन विभाग द्वारा किए जा रहे आदिवासियों के शोषण को रोकने और जनपद में उच्च शिक्षा के लिए केंद्रीय कैमूर विश्वविद्यालय और बेहतर चिकित्सा के लिए एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना कराए जाने जैसे प्रमुख मांग रहा।
इस मौके पर सीपीआई के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा, सीपीएम के जिला सचिव कामरेड नन्द लाल आर्या, माले के जिला सचिव कामरेड सुरेश कोल, सामाजिक न्याय मोर्चा के नेता चौधरी यशवन्त सिंह, रालोद के जिलाध्यक्ष संतोष पटेल, अपना दल ( कृष्ण गुट) के जिला अध्यक्ष सी डी सिंह पटेल, उप्र किसान सभा के जिला संयोजक कामरेड एस एस मिश्रा, विजय भारतीय, प्रेमचंद गुप्ता, प्रेमनाथ, हनुमान प्रसाद, मुन्ना धांगर, लालती देवी, नजमा खातून सहित सैकड़ों की संख्या में कम्युनिस्ट कार्यकर्ता और किसान व खेतिहर मजदूर मौजूद रहे।

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