सोनभद्र। जलाल हैदर खान
यूपी के सोनभद्र में वामपंथी दलों ने शुक्रवार को जुलूस निकाल कर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने देश में बढ़ती मंहगाई और सूबे में ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी भी की। राष्ट्रपति व राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंप कर महंगाई व बेरोजगारी पर अंकुश लगाने की मांग की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार की गलत नीतियों से देश में शासन, प्रशासन और सत्ता के विकेंद्रीकरण के बजाय केंद्रीयकरण, व्यवसायीकरण और निजीकरण प्रमुख हो गया है जिससे देश के आम आदमी, किसानों, मजदूरों और नौजवानों में काफी गुस्सा और आक्रोश है, देश में लगातार पेट्रोल, डीजल , रसोई गैस और खाद्य पदार्थों के दामों लगातार वृद्धि से देश का हर तबका परेशान हैं, बेरोजगारी भी चरम सीमा पर है, सूबे में सरकार की किसी भी योजना का लाभ आम आदमी तक नहीं पहुंच रहा है और पुरे सूबे में कानून व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुका है जिससे देश में अफरातफरी का माहौल बना है। सरकार लोगों की समस्याओं को नजरंदाज करते हुए अपनी ही नीतियां लागू करने पर आमादा है सरकार की इन्हीं ग़लत नीतियों के चलते लोगों की समस्याएं और मंहगाई सुरसा के मुंह के तरह विकराल रूप धारण करती जा रही है । आने वाले दिनों में जनता इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हो गई है। वाम दलों के इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बढ़ती मंहगाई पर रोक लगाने, पेट्रोल, डीजल,रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने, कृषि के तीनों काले कानून को वापस लेने, श्रम कानून में बदलाव पर रोक लगाने, युवाओं को रोजगार दिलाने, विद्युत संसोधन बिल 2020 के वापस लिया जाए, मनरेगा में दो सौ दिन का काम और मनरेगा मजदूरों को 600 रुपये प्रतिदिन न्युनतम मज़दूरी दिया जाए, खेत मजदूरों के लिए सर्व समावेशी केंद्रीय कानून बनाया जाए, जनपद के आदिवासियों का वन विभाग द्वारा किया जा रहा शोषण बंद कराया जाए, के साथ जनपद में उच्च शिक्षा के लिए कैमूर विश्वविद्यालय व बेहतर चिकित्सा के लिए एम्स की स्थापना की मांग प्रमुखता से उठाया गया। अध्यक्षता राम भरोसे सिंह व संचालन भाकपा के जिला सचिव कामरेड आरके शर्मा ने किया। इस मौके पर सीपीएम के जिला सचिव कामरेड नन्द लाल आर्या, माले के जिला सचिव कामरेड सुरेश कोल, एडवोकेट अशोक कुमार कनौजिया, प्रेमचंद गुप्ता, हृदय नारायण, बूटन, नंद लाल यादव, प्रेमनाथ, पुरषोत्तम, ज्योति रावत, बी डी शर्मा, एस एस मिश्रा, कमलेश कुमार, मुन्ना धांगर, बसावन गुप्ता, लालती देवी, फुलमती , जुम्मन, चारु, नजमा खातून, कन्हैया लाल, आदि सैकड़ों कम्युनिस्ट कार्यकर्ता मौजूद रहे।