न्यूयॉर्क। स्पाइडर मैन की तरह भले ही कूद-फांद न सकें पर इस कॉमिक किरदार की तरह जाल फेंकने का सपना जरूर सच होने वाला है। दरअसल, वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जिससे स्पाइडर मैन की तरह जाल फेंकने में सक्षम उपकरण बनाया गया है। एडवांस्ड फंक्शनल मटेरियल्स जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में इसकी जानकारी सामने आई है।
अध्ययन के मुताबिक, टफ्ट्स विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने पहली बार वेब-स्लिंगिंग तकनीक विकसित की है। इसमें एक प्रकार के तरल पदार्थ को सुई जितने उपकरण से फेंका जा सकता है। यह पदार्थ हवा में ही खुद को जमा देने की क्षमता रखता है और वस्तुओं से चिपक जाता है। शोधार्थियों का कहना है कि इस उपकरण के जरिये किसी दूर पड़ी वस्तु ओर उठाया जा सकता है। यह भविष्य रक्षा में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की जगह भी ले सकता है। इस तरह का पदार्थ विकसित करने की प्रेरणा जाल बुनने वाली मकड़ियों, रेशम के कीड़ों, चींटियों और मधुमक्खियों से मिली है। ये सभी जीव खुद से एक चिपचिपा पदार्थ पैदा करने में सक्षम होते हैं, जो जल्द ही ठोस हो जाता है। प्रमुख शोधार्थी प्रोफेसर मार्को लो प्रेस्टी ने कहा, मैं रेशम फाइब्रोइन का उपयोग करके बेहद मजबूत चिपकने वाले एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था। जब मैं अपने कांच के बर्तनों को एसीटोन से साफ कर रहा था, तो मैंने देखा कि कांच के नीचे एक जाल जैसा पदार्थ बन रहा है। अचानक मिली इस सफलता से हमें यह कामयाबी मिली।