नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष ने मोदी और भाजपा के खिलाफ हुंकार भरी। सभी एकजुट दिखी मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए। कार्यक्रम कोलकाता में था और नेतृत्व ममता बनर्जी का। जब पीएम के नाम की बात आई तो फैसला चुनाव बाद करने का फार्मूला पर जोर दिया गया। नारे का भी खूब जोर रहा- बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो’
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की एकजुटता दिखाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कोलकाता में विशाल रैली की। एक मंच पर साथ आए विपक्ष के 23 दलों ने ताल ठोकते हुए केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की हुंकार भरी। हालांकि रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा प्रमुख मायावती नहीं पहुंचीं। लेकिन कांग्रेस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी मौजूद थे। उधर कोलकाता में विपक्षी दलों के एक मंच पर आकर सरकार के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘महागठबंधन’ उन लोगों का मेल है, जिन्हें उन्होंने भारत को ‘लूटने’ से रोका। यह महागठबंधन उनके खिलाफ नहीं, बल्कि देश के लोगों के खिलाफ है।
मिली जानकारी के अनुसार रैली में ममता बनर्जी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, एकजुट विपक्ष आगामी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगा। प्रधानमंत्री कौन होगा, इस पर फैसला चुनाव के बाद होगा। उन्होंने ‘बदल दो, बदल दो, दिल्ली की सरकार बदल दो’ का नारा दिया। ममता ने यह भी कहा कि राजनीति में शिष्टता होती है लेकिन भाजपा इसका पालन नहीं करती। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सपा और बसपा के साथ से चिंतित भाजपा यूपी में बैठकें कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की भाजपा सरकार को हराने की लोगों से अपील की। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का मकसद भाजपा को हराना एवं धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाना है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि भाजपा ने देश को बांटा है और हमारा एक ही लक्ष्य देश को एकजुट करना है। रैली में एचडी देवेगौड़ा, चंद्रबाबू नायडू, फारूक अब्दुल्ला, यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, शरद पवार, तेजस्वी यादव, हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवानी भी मौजूद थे।
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