हल्द्वानी। अनीता रावत
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के महज तीन साल के कार्यकाल के बाद इस्तीफे से उनके यूपी की सक्रिय राजनीति में आने की चर्चा के साथ ही महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की घर वापसी की चर्चा भी तेज हो गई है। कोश्यारी के करीबी नेताओं की मानें तो वह नवंबर अथवा दिसंबर तक उत्तराखंड वापसी कर सकते हैं।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं इस वक्त महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी के संवैधानिक पद को छोड़कर उत्तराखंड लौटने की चर्चाओं से उनके समर्थक उत्साहित हैं। हालांकि कोश्यारी के करीबी, वापसी के बाद उनकी भूमिका को लेकर अलग-अलग बात कह रहे हैं। कुछ का कहना है कि वह दिसंबर तक सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे। उन्हें राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी हाईकमान की ओर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वहीं कोश्यारी के करीबी एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अनिल कपूर ‘डब्बू’ का कहना है कि संवैधानिक पद पर रहते हुए उनके लिए किसी तरह का बयान देना उचित नहीं है। लेकिन पार्टी हाईकमान उन्हें उत्तराखंड में होने वाले 2022 के चुनावों में बड़ी जिम्मेदारी सौंपता है, तो इससे चुनावों में भाजपा को निश्चित तौर पर बड़ा राजनीतिक लाभ मिलेगा। कोश्यारी के एक अन्य करीबी ने बताया कि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते संवैधानिक पद छोड़ना चाहते हैं और उत्तराखंड आकर अध्ययन-अध्यापन से जुड़ना चाहते हैं। सक्रिय राजनीति में फिर से वापसी की भगत सिंह कोश्यारी की कोई योजना नहीं है। कोश्यारी उत्तराखंड की राजनीति में भाजपा का बड़ा चेहरा रहे हैं। अविभाज्य उत्तर प्रदेश के समय यूपी विधान परिषद के सदस्य के रूप में राजनीति की शुरुआत करने वाले कोश्यारी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राज्यसभा सांसद एवं नेता प्रतिपक्ष के साथ ही उत्तराखंड भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय सीट से 2014 में रिकार्ड मतों से चुनाव जीता था।