इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी (पीटीआई) की ओर से इस्लामाबाद में प्रस्तावित प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने रविवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
इमरान खान की पार्टी ने जनता से गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है। पाकिस्तान सरकार ने पीटीआई के प्रदर्शन को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात करना, प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करना और राजधानी के चारों ओर अवरोधक लगाना शामिल है। गृह मंत्रालय ने बताया कि अदालत के आदेश के अनुसार इस्लामाबाद में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन या धरने की अनुमति नहीं दी जाएगी तथा लोक व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर, इमरान खान ने एक बयान में जनता से इस प्रदर्शन के लिए एकजुट होने का आग्रह किया तथा इसे स्वतंत्रता एवं न्याय के लिए एक आंदोलन करार दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान की पार्टी के नेताओं ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदर्शन करने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि वह प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियों का जायजा लेने और इस्लामाबाद तक पार्टी के मार्च का नेतृत्व करने के लिए स्वाबी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने मार्च में शामिल होने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वाबी पहुंचने का भी निर्देश दिया है। इमरान खान की पार्टी ने अपनी तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक मार्च करने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी। पार्टी जेल में बंद इमरान खान और अन्य नेताओं को रिहा करने, आठ फरवरी के चुनावों में पार्टी की जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने की मांग कर रही है। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था। इस बीच, खान की पत्नी बुशरा बीबी ने इस प्रदर्शन में शामिल न होने का फैसला किया है, लेकिन वह खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास से मार्च पर निगरानी बनाए रखेंगी।