हल्द्वानी। अनीता रावत
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर में 110वां अखिल भारतीय किसान मेला शुरू हो गया है। कार्यक्रम समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे प्रगतिशील किसान रविकिरण सैनी ने किसानों को ऑर्गेनिक खेती को अपनाकर अपनी आय को बढ़ाने का आह्वान किया।
गुरुवार को कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रगतिशील किसान सैनी और विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड किसान आयोग के उपाध्यक्ष सरदार राजपाल सिंह ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने खेती के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में किसान तमाम तरह के रासायनिक खादों और दवाओं का उपयोग कर अनाज के रूप में दुनिया को जहर बांट रहे हैं। रासायनिक खेती को स्वयं के लिए और दूसरों के लिए बेहद हानिकारक बताया। उन्होंने किसानों से अपील की हम अपने प्राचीनतम पद्धति को पुन: विकसित कर शून्य लागत पर पूर्ण रूप से जैविक खेती को अपनाएं। इससे वे अपनी कृषि तकनीक को बदल सकते हैं और अच्छी आय भी अर्जित कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने पहाड़ों के जल स्रोतों को विकसित कर खेती किसानी में पर्वतीय जल स्रोतों का उपयोग कर पहाड़ के पलायन को रोकने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में बहुउपयोगी जैविक उत्पाद पैदा करने की अपार संभावनाएं हैं। जिस पर हमें वैज्ञानिकों के सहयोग से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि किसान आयोग के उपाध्यक्ष सिंह ने किसानों से अत्याधुनिक कृषि तकनीकों के साथ ही प्राकृतिक जैविक एवं वैदिक खेती को पुनर्जीवित कर उसे अपनी आय का मुख्य जरिया बनाने की अपील की। पंत विवि के कुलपति डॉ. तेज प्रताप ने देशभर के करीब एक दर्जन से अधिक प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि पंतनगर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक लगातार पर्वतीय कृषि तकनीकों में अभूतपूर्व परिवर्तन, जैविक शोध कर खेती को विकसित और उनकी विभिन्न तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। इससे पूर्व मुख्य अतिथि सैनी ने मेला प्रांगण में लगे विभिन्न कृषि उत्पादों के स्टॉलों का उद्घाटन किया और कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन कर मेले में सजी अत्याधुनिक उपकरण, शाक-भाजी एवं विभिन्न प्रकार के बीच और तकनीकी उपकरणों के स्टॉलों का बारीकी से निरीक्षण कर उनकी उपयोगिता एवं लाभ की जानकारी ली।