जॉर्जटाउन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुयाना पहुंचे और कहा कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता को प्रगाढ़ करेगी। यह 50 साल से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। इस दौरान मोदी को भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों के प्रमाण के रूप में जॉर्जटाउन शहर की चाबी भी सौंपी गई।
मोदी का हवाई अड्डे पर गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स और 12 से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने स्वागत किया। वहीं होटल में ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली मौजूद थीं। अधिकारियों ने बताया कि मोदी को भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों के प्रमाण के रूप में जॉर्जटाउन शहर की चाबी भी सौंपी गई। मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना की यात्रा पर आए हैं और वह 21 नवंबर तक यहां रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा कि थोड़ी देर पहले गुयाना पहुंचा हूं। राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली, प्रधानमंत्री मार्क एंथनी फिलिप्स, वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए आभार। मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करेगी। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट के साथ तस्वीरें भी साझा कीं और कहा कि यह 56 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान, ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मियामोरमोटली और गुयाना के कई कैबिनेट मंत्रियों ने विशेष स्वागत किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री को जॉर्जटाउन के मेयर ने जॉर्जटाउन शहर की चाबी सौंपी जो भारत-गुयाना के घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है। अपनी यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति अली से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच अनूठे संबंधों को रणनीतिक दिशा देने पर विचार विमर्श करेंगे। वह 185 वर्ष से भी अधिक समय पहले यहां आए प्रवासी भारतीयों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे तथा गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार गुयाना में भारतीय मूल के लगभग 3,20,000 लोग हैं। मोदी दूसरे ‘भारत-कैरिकॉम’ शिखर सम्मेलन में कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री का भारतीय समुदाय और भारत-गुयाना प्रवासी समुदाय ने गुयाना के कई कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति में भव्य स्वागत किया। इस दौरान भारतीय समुदाय के लोग पारंपरिक परिधान पहने हुए थे और कई ने तिरंगा भी लिया हुआ था। मोदी ने प्रवासी भारतीयों की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि ये लोग विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रहे हैं। मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा कि गुयाना में भारतीय समुदाय ने दिखाया है कि दूरी कभी भी अपनी जड़ों से जुड़े रहने में बाधा नहीं बनती। समुदाय को विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाते देखकर खुशी हुई। भारतीय उच्चायोग के अनुसार भारतीय मूल के लोगों के अलावा यहां लगभग 2,000 भारतीय नागरिक हैं जिनमें मुख्य रूप से भारतीय दूतावास के सदस्य, भारतीय सांस्कृतिक केंद्र, बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के कर्मचारी, चिकित्सक, नर्स, निजी चिकित्सा संस्थानों के छात्र तथा स्थानीय कंपनियों, अस्पतालों और गुयाना विश्वविद्यालय में कार्यरत कर्मचारी शामिल हैं।