देहरादून। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में पहली बार ग्रीष्मकालीन कराटे प्रशिक्षण शिविर विधिवत शुरू हो गया, जिसमें संस्थान के चिकित्सक व उनके बच्चे मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण ले सकेंगे। एम्स परिसर में रेन्बकाई कराटे सोसाइटी, आईडीपीएल, ऋषिकेश की ओर से 10 दिवसीय कराटे प्रशिक्षण शिविर शुरू किया गया।
इस अवसर पर अपने संदेश में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य महिलाओं व बच्चों को आत्मरक्षा के प्रति जागरुक करना है । उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट विद्यार्थियों के लिए मानसिक तौर पर शक्ति व संतुलन में सहायता सिद्ध होती है। निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि एम्स संस्थान की ओर से आयोजित निशुल्क प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग करने वाले शिविरार्थियों को रेन्बकाई कराटे सोसायटी की ओर से प्रशिक्षण प्रमाणपत्र भी दिए जाएंगे।
संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.ब्रह्मप्रकाश ने विद्यार्थियों व बच्चों के लिए मार्शल आर्ट का महत्व बताया। उन्होंने शिविरार्थियों को बताया कि यह कला किस तरह से स्वयं की सुरक्षा व पढ़ाई में सहायक सिद्ध हो सकती है। शिविर मे एम्स के मेडिकल व नर्सिंग के विद्यार्थियों के अलावा छोटे बच्चे ने भी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। आयोजन समिति की ओर से बताया गया कि इसके लिए अबतक 90 लोगों का पंजीकरण किया जा चुका है।
इस अवसर पर डीन स्टूडेंट वैलफेयर प्रोफेसर मनोज गुप्ता, सोसायटी के अध्यक्ष सेंसेई कमल बिष्ट, सदस्य डा.पुनीत धमीजा, सेम्पाई राहुल कुमार, सेम्पाई आकाश गैरोला आदि मौजूद थे।