नई दिल्ली। नीलू सिंह
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पीसी घोष देश के पहले लोकपाल होंगे। सूत्रों के अनुसार उनका नाम रविवार को इस प्रस्तावित किया गया। वहीं अन्ना हजारे ने कहा कि मैं देश के पहले लोकपाल नियुक्त किए जाने के फैसले का स्वागत करता हूं। इसके लिए 48 सालों से लोग आंदोलन कर रहे थे, आखिर में जीत हुई।
जिसपर सहमति के बाद मुहर लग गई। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने उनका नाम तय किया और उसकी सिफारिश की। लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बैठक में भाग नहीं लिया। वह भी समिति के सदस्य हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में रिटायर्ड जज डीके जैन को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का पहला लोकपाल नियुक्त किया। सीओए ने पिछले साल सुप्रीम कोर्ट में 10वीं स्टेटस रिपोर्ट में लोकपाल की मांग की थी। सीओए ने कहा था कि बीसीसीआई को एक लोकपाल और एक एथिक्स ऑफिसर की जरूरत है।