देहरादून। अनीता रावत
आईटीबीपी अकादमी परेड ग्राउंड मसूरी में आयोजित दीक्षांत समारोह में भव्य परेड के बाद 38 सहायक सेनानी चिकित्साधिकारी बल की मुख्य धारा हिमवीरों में शामिल हो गये। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि महानिदेशक संजय अरोड़ा शामिल हुए। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी सीमाओं पर और देश के विभिन्न हिस्सों में अपने दायित्वों का निर्वहन बखूबी निभा रहा है।
आईटीबीपी परेड ग्राउंड में शनिवार को आयोजित भव्य दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि महानिदेशक आईटीबीपी संजय अरोड़ा ने परेड का निरीक्षण करने के बाद सलामी ली। 24 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 38 युवा डॉक्टर सहायक कमांडेंट चिकित्सा अधिकारी आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हो गये। बल के ब्रास बैंड के साथ भव्य पासिंग आउट परेड की सलामी मुख्य अतिथि ने ली। उसके बाद प्रशिक्षु अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज एवं बल ध्वज के नीचे शपथ ग्रहण की और खुद को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। कठिन प्रशिक्षण के दौरान इन अधिकारियों को विभिन्न सैन्य और पुलिस से संबंधित विषयों युद्ध-कौशल, हथियार प्रशिक्षण, शारीरिक प्रशिक्षण, सूचना, फील्ड इंजीनियरिंग, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन कानून और मानवाधिकर में प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के बीच में इन चिकित्सा अधिकारियों को सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर, नई दिल्ली में कोविड-19 ड्यूटी के लिए भी तैनात किया गया था। इन चिकित्सा अधिकारियों ने उस कठिन समय में अथक परिश्रम किया है और अत्यधिक तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने का बहुमूल्य अनुभव प्राप्त कर वापस अकादमी में अपना शेष प्रशिक्षण पूर्ण करने के लिए लौटे। इस उत्कृष्ट सेवा के लिए प्रशिक्षु अधिकारियों को महानिदेशक के प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया।