देहरादून। अनीता रावत
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मध्य सत्र में किसी भी सीएम को हटाना उचित नहीं है। इससे कामकाज पर असर पड़ता है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री केदारनाथ पुनर्निर्माण सहित उनकी सरकार के कार्यों की हमेशा तारीफ करते रहे। यहां तक कि मार्च में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से कुछ दिन पूर्व भी उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी। तब प्रधानमंत्री के साथ उनकी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई थी। तब तक उन्हें पद से हटाए जाने का कोई अंदाजा नहीं था। लेकिन अचानक ही बदले हालात में पार्टी नेतृत्व ने उन्हें इस्तीफा देने को कहा तो उन्होंने ने भी पार्टी हित में इस निर्णय को स्वीकार कर लिया।
त्रिवेंद्र रावत ने देवस्थानम बोर्ड बनाए जाने के फैसले का फिर समर्थन किया और कहा कि इसके पीछे मकसद सिर्फ चारों धामों में संसाधन उपलब्ध कराना था। उन्होंने तिरुपति बालाजी, वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का उदाहरण देते हुए कहा, वहां श्रद्धालुओं के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जबकि चारधाम में अभी व्यवस्थाएं पुख्ता नहीं है। त्रिवेंद्र ने कहा कि देवास्थानम बोर्ड का विरोध कुछ लोग ही कर रहे हैं। इसमें भी उनके निहित स्वार्थ जुड़े हुए हैं।