तेल अवीव।
लेबनान की तरफ से तीन रॉकेट दागे जाने के जवाब में इजरायली सेना ने तोपों से कार्रवाई की है। रॉकेट हमले में जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली है। सेना कहा कहना है कि इससे ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है।
रॉकेट उत्तरी शहर किर्यात शमोना के पास टकराए, जहां हवाई हमले के सायरन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित जगह पर भेज दिया गया। इस दौरान आग के गोले देखे गए। इससे पहले लेबनान से संभावित रॉकेट हमले की चेतावनी के साथ बुधवार को खतरे का सायरन बजाया गया।
इजरायली मीडिया के अनुसार, एक रॉकेट खुले इलाके में आकर गिरा और एक अन्य को इजरायल की रक्षा प्रणाली यानी आयरन डोम ने नष्ट कर दिया। ऐसा बताया जा रहा है कि सेना भी जवाबी कार्रवाई में तोपें दाग रही है। किरयात श्मोना क्षेत्र में करीब 20,000 की आबादी रहती है। प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि उन्हें और रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज को घटनाक्रम के बारे में जानकारी से अवगत कराया गया है। कई चश्मदीदों ने बताया कि इजरायली तोप के गोले लेबनानी गांव मरजायुं और खियाम गांवों के बीच गिरे हैं। चश्मदीदों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि रॉकेट कहां से दागे गए।
इजरायली प्राधिकारियों का मानना है कि लेबनान में स्थित फलस्तीनी समूहों ने गोलीबारी की है न कि आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने। हिजबुल्ला को इजरायल के लिए सबसे बड़ा खतरा माना जाता है। हालांकि इसकी संभावना कम है कि यह समूह हिजबुल्ला की अनुमति के बिना काम कर सके।