काबुल।
अफगानिस्तान से अमेरिका के निकासी अभियान के बीच सोमवार को एक बार फिर काबुल हवाई अड्डे के पास रॉकेट से हमले किए गए। अमेरिकी सेना ने कहा कि हवाई अड्डे को निशाना बनाकर सुबह पांच रॉकेट दागे गए। हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन ने काबुल में सोमवार को रॉकेट से हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है। वहीं, अमेरिकी मध्य कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने एक बयान में कहा कि हवाई हमले ने आतंकवादियों के एक और हमले को विफल कर दिया।
अफगानिस्तान के खैर खाना क्षेत्र से सोमवार को एक वाहन से काबुल हवाई अड्डे पर कम से कम पांच रॉकेट दागे गए। अमेरिकी सैन्य बलों और अन्य नागरिकों की अफगानिस्तान से पूर्ण वापसी से एक दिन पहले यह घटना हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि हवाई अड्डे की ओर खैर खाना इलाके में एक वाहन से रॉकेट दागे गए। गौरतलब है कि रविवार को अमेरिकी सेना ने काबुल हवाई अड्डे के उत्तर-पश्चिम में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में एक वाहन पर हवाई हमला किया था, जिसका मकसद काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को निशाना बनाना था। इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन ने काबुल में सोमवार को रॉकेट से हुए हमलों की जिम्मेदारी ली है। आतंकवादी संगठन ने कहा कि उसने अफगानिस्तान की राजधानी स्थित हवाई अड्डे पर कम से कम छह कत्युषा रॉकेट दागे थे। आतंकवादियों द्वारा दागे गए रॉकेट काबुल हवाई अड्डे के करीब गिरे थे। आतंकवादी संगठन की मीडिया इकाई अमाक न्यूज एजेंसी ने हमले की जिम्मेदारी संबधी दावे किए। हालांकि, उसने घटना की विस्तृत जानकारी नहीं दी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हवाई अड्डे पर स्थापित सी-रैम रक्षा प्रणाली ने रॉकेटों का पता लगाकर निष्क्रिय कर दिया है। सी-रैम एक स्वचालित प्रणाली है, जो आने वाले रॉकेट, तोपखाने और मोर्टार की गोलियां का समय रहते पता लगाकर उन्हें नष्ट कर देती है। इस प्रणाली का उपयोग इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों को लक्षित करने दागी जाने वाली मिसाइलों और राकेटों को रोकने और नष्ट करने के लिए किया गया है।