सोनभद्र। जलाल हैदर खान
यूपी के सोनभद्र में लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर मंगलवार को आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट का एक प्रतिनिधि मंडल खंड विकास अधिकारी म्योरपुर से मिला। राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर लखीमपुर खीरी की घटना के लिए जिम्मेदार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री को मंत्री परिषद से बर्खास्त किए जाने की मांग की।
इस दौरान आईपीएफ जिला संयोजक कृपाशंकर पनिका ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों की सचेतन हत्या की गई है। इसलिए न्याय के लिए, शांति के लिए और संविधान में दिए गए नागरिकों के मूल अधिकार के लिए लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार के जिम्मेदार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को मंत्री परिषद् से बर्खास्त किया जाए। आइपीएफ की केन्द्रीय वर्किंग कमेटी की तरफ से दिए ज्ञापन में कहा गया कि लखीमपुर घटना की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने स्वीकार किया है कि गृह राज्य मंत्री के पुत्र जांच में सहयोग नहीं कर रहे है और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इससे यह स्पष्ट है कि अपने बेटे के निर्दोष होने और जांच में सहयोग करने की जो दलीलें गृह राज्य मंत्री दे रहे थे वह पूरे तौर पर झूठ था। यह भी ध्यान देने की बात है कि एफआईआर में गृह राज्य मंत्री का नाम भी 120 बी आईपीसी के तहत दर्ज है। इसलिए गृह राज्य मंत्री किसानों के इस हत्याकांड की जबाबदेही से बच नहीं सकते और जब तक वह मंत्री पद पर बने रहेंगे जांच को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे। बता दें कि मंगलवार की सुबह ही पुलिस ने आइपीएफ कार्यालय रासपहरी की घेराबंदी कर जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका को नजरबंद कर दिया था, जिसके खिलाफ आइपीएफ कार्यालय पर ही धरना शुरू कर दिया गया। बाद में प्रशासन की तरफ से बीडीओं द्वारा पत्रक लिया। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से आंदोलनरत किसानों की वाजिब मांग तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी, एमएसपी पर कानून बनाने को स्वीकार करने, बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के अधिकार की गारंटी करने तथा हर हाल में लोकतंत्र की रक्षा करने, वनाधिकार कानून के तहत पुश्तैनी जमीन पर अधिकार देने, मनरेगा में काम व बकाया मजदूरी का भुगतान, आदिवासी लडकियों के लिए उच्च शिक्षा तक निःशुल्क व आवासीय सुविधा देने की मांग रखी। इस मौके पर मजदूर किसान मंच के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, मंगरू प्रसाद गोंड़, मनोहर गोंड़, महावीर गोंड़ आदि मौजूद रहे।