नई दिल्ली। टीएलआई
ब्रिटिश उच्चायोग ने भारतीय महिलाओं को एक दिन की ब्रिटिश उच्चायुक्त बनने के लिए आवेदन मांगे हैं। जो महिलाएं 18-23 साल की उम्र की हैं, वह इस प्रतियोगिता के लिए आवेदन कर सकती हैं। यह आयोजन ‘अंतरराष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस’ के अवसर पर किया जा रहा है।
ब्रिटिश उच्चायोग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि आवेदक को ‘जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती से निपटने में युवा कैसे उत्कृष्ट सहयोग दे सकतें हैं?’ विषय पर एक मिनट का वीडियो रिकॉर्ड करके अपलोड करना होगा। इस वीडियो को #DayoftheGirl हैशटैग्स का इस्तेमाल करते हुए तथा #UkinIndia से टैग करते हुए ट्विटर, फेसबुक या इंस्टाग्राम में से किसी एक पर साझा करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 22 सितंबर, 2021 है।
भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने इस मौके पर कहा कि वैश्विक तौर पर कोविड-19 का प्रभाव लंबे समय तक रहेगा। खासतौर से लड़कियों पर। अतः इस वर्ष के शुरू में ब्रिटेन द्वारा आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में विश्व भर के नेताओं ने ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को स्कूल भेजने के महत्वाकांक्षी वैश्विक लक्ष्य पर हामी भरी थी। प्रधानमंत्री मोदी के केंद्रीय अभियानों में से एक लड़कियों का सशक्तिकरण एवं शिक्षा है। मुझे यह दर्ज कराते हुए बेहद खुशी हो रही है कि यूके चेवनिंग छात्रवृत्तियों का लगभग 60 प्रतिशत तथा भारत के लिए लगभग 52 प्रतिशत छात्रवृत्तियां महिलाओं को दी जा चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि ‘अंतरराष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस’ यह पहचानने के संबंध में एक महत्वपूर्ण क्षण है कि प्रत्येक जगह सभी लड़कियों को शिक्षित करना न केवल करने योग्य सही काम है, बल्कि यह उन चुनिंदा बुद्धिमत्तापूर्ण निवेशों में से एक है जो इस दुनिया को एक बेहतर, ज्यादा समान जगह बना सकती है। ‘एक दिन के उच्चायुक्त’ प्रतिस्पर्धा के माध्यम से मैं मेधावी युवा महिलाओं तथा स्कूल में उनके युवा साथियों की उपस्थिति दिखाने पर ध्यान दिलाकर यह बतलाना चाहता हूं कि कुछ भी असंभव नहीं है।