नई दिल्ली। टीएलआई
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैयार अपनी इकाइयों को पूर्वी लद्दाख में तैनात किया है। चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए इन यूनिट के 15,000 सैनिकों को लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लाया गया है। उत्तरी कमान क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों में जुटे इन सैनिकों को कई माह पहले यहां लाया गया था।
सरकारी सूत्रों ने बताया, चीन द्वारा वहां आक्रामकता दिखाने के किसी भी संभावित कोशिश से निपटने के लिए एक सैन्य ईकाई (लगभग 15,000 सैनिक) तैयार कर उसे आतंकवाद विरोधी अभियानों से हटाकर लद्दाख क्षेत्र में तैनात किया गया है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ओर से उठाए गए किसी भी कदम का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए यह इकाई लेह स्थित 14 कोर मुख्यालय की सहायता करेगी। पिछले साल पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की आक्रामकता के बाद से ही भारत ने लद्दाख में अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ाया है। एक डिवीजन के बजाय, लद्दाख सेक्टर में अब अतिरिक्त बख्तरबंद और अन्य इकाइयों के साथ दो पूर्ण डिवीजन तैनात हैं। सेना की 17 माउंटेन स्ट्राइक कोर को भी भारत-चीन सीमा पर 10,000 अतिरिक्त सैनिक दिए गए हैं। मालूम हो कि भारत और चीन के बीच एलएसी पर पिछले साल से तनाव चल रहा है। इस बीच गतिरोध खत्म करने के लिए दोनों देशों की सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है।