नवी मुंबई। तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी के बाद मेजबान भारत और वेस्टइंडीज टीमों के बीच अब गुरुवार को तीसरे और निर्णायक मुकाबले में सीरीज जीतने की जंग होगी। भारतीय महिला टीम वेस्टइंडीज के आक्रामक खेल का जवाब देने के लिए गलतियों से सबक लेकर उतरेगी।
नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर का खेलना हालांकि अभी तय नहीं है। भारत ने पहला मैच 49 रन से जीता जबकि वेस्टइंडीज ने दूसरे मैच में उसे नौ विकेट से हराकर सीरीज में बराबरी कर ली।
कमियां दूर करनी होंगी : दूसरे मैच में भारत का कोई भी गेंदबाज मेहमान बल्लेबाजों को चुनौती नहीं दे सका और ओस ने काम और मुश्किल कर दिया। वेस्टइंडीज ने हालात का पूरा फायदा उठाते हुए आक्रामक बल्लेबाजी की। एक दिन में हालात में बहुत बदलाव नहीं होने वाला लेकिन भारत को अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार जरूर करना होगा।
हरमन पर संशय : हरमनप्रीत पहले मैच में फील्डिंग के लिए नहीं आईं और घुटने में चोट के कारण दूसरा मैच नहीं खेल सकीं। पिछले तीन टी-20 मैचों में दो अर्धशतक जमाने वाली हरमनप्रीत अगर नहीं खेलती हैं तो उनके अनुभव की कमी खलेगी। उनकी गैर मौजूदगी में जेमिमा रोड्रिग्स और दीप्ति शर्मा पर अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी जबकि चौथे नंबर पर राघवी बिष्ट ने दूसरे मैच में पदार्पण किया।
मंधाना को साथ जरूरी : कार्यवाहक कप्तान स्मृति मंधाना ने सीरीज में दूसरा अर्धशतक लगाकर भारत को अच्छा स्कोर देने की कोशिश की लेकिन बाकी बल्लेबाजों से उन्हें सहयोग नहीं मिल सका। दूसरी ओर वेस्टइंडीज की गेंदबाजों ने काफी अनुशासित प्रदर्शन किया और बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया। स्मृति और रिचा घोष (32) को छोड़ कोई भारतीय बल्लेबाज डटकर नहीं खेल सकीं।
भारत को वेस्टइंडीज की अनुभवी डिएंड्रा डोटिन से भी सावधान रहना होगा जो अच्छी फॉर्म में हैं। इनके अलावा हेली मैथ्यूज और कियाना जोसेफ के बल्लों पर अंकुश लगाना होगा।