नई दिल्ली। भारत को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का अध्यक्ष चुन लिया गया। सोमवार को केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने जानकारी दी। उनके मुताबिक, 2024 से 2026 तक भारत यह दायित्व संभालेगा। आईएएस की सातवीं आमसभा में यह फैसला लिया गया। जोशी ने कहा कि फ्रांस को दोबारा आईएसए का उपाध्यक्ष चुना गया है। स्थायी समिति ने भारत को अध्यक्ष चुनने के साथ आठ उपाध्यक्ष भी चुने हैं। दुनिया के चार भौगोलिक क्षेत्रों से दो-दो उपाध्यक्षों का चुनाव किया गया। इसमें अफ्रीकी क्षेत्र से घाना और सेशेल्स, एशिया व प्रशांत क्षेत्र से ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका, यूरोप व अन्य क्षेत्र से जर्मनी-इटली और लैटिन अमेरिका व कैरेबियाई क्षेत्र से ग्रेनेडा और सूरीनाम को चुना गया है। आईएसए के सदस्य देशों ने गठबंधन के तीसरे महानिदेशक का भी चयन किया है। इस पद पर आशीष खन्ना को महानिदेशक नामित किया गया है। वह मौजूदा महानिदेशक अजय माथुर का कार्यकाल समाप्त होने पर मार्च, 2025 में पदभार ग्रहण करेंगे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि आईएसए सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ाने और अपने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयासों में सरकारों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत का अध्यक्ष पद पर दोबारा चुना जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत की तरफ से दुनियाभर में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रभावशाली प्रयासों का प्रमाण है। भारत ने मिनी-ग्रिड और स्वास्थ्य देखभाल समाधान जैसी जरूरी सौर परियोजनाओं में निवेश बढ़ाने के लिए भी असरदार कदम उठाए हैं।