नई दिल्ली। नीलू सिंह
पशु-पक्षियों से इंसानों को होने वाली बीमारियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से सोमवार को यहां दो दिवसीय ‘वन हेल्थ इंडिया सम्मेलन’ की शुरुआत हुई।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन का आयोजन जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग, पशुपालन, डेयरी एवं मछली पालन विभाग, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सहयोग से किया जा रहा है। डॉ. हर्षवर्द्धन ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य तथा सुरक्षित आजीविका के लिए इंसानों एवं अन्य जीवों से जुड़ी स्वास्थ्य की समस्याओं से निपटने के लिए समेकित रणनीति समय की जरूरत है। इसके लिए विभिन्न पक्षों एवं विभागों को सम्मिलित करते हुए कार्यक्रम, नीति और विधायी स्तर पर रुख तय करना होगा।
बता दें कि इंसानों को होने वाली बीमारियों में से 60 प्रतिशत अन्य जीव-जन्तुओं के माध्यम से इंसानों को हुई। इनमें कई बीमारियों पर अधिकतर दवाएं बेअसर हो चुकी हैं। ये इंसानों और जानवरों को तेजी से अपनी चपेट में ले रही हैं। इस सम्मेलन का फोकस इन बीमारियों से निपटने के लिए आवश्यकताओं एवं अवसरों की पहचान तथा इसके लिए रणनीति तय करना है। इन बीमारियों में ब्रुसेलोसिस, टीबी, एंथ्रेक्स और एंटी माइक्रोबियल रेसिस्टेंस शामिल हैं।