इस्लामाबाद। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने सोमवार को इस्लामाबाद की ओर अपना मार्च फिर से शुरू किया। इस दौरान पुलिस और पीटीआई के समर्थकों के बीच में झड़प हो गई। राजधानी में प्रवेश करने और धरना देने के प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों के कड़े प्रतिरोध के बीच पीटीआई कार्यकर्ता बीच रास्ते में रातभर रुकने के बाद सोमवार को इस्लामाबाद की ओर रवाना हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, पंजाब में प्रवेश करने के बाद पुलिस ने काफिले को अटक ब्रिज, चाच इंटरचेंज और गाजी बरोथा नहर के पास रोकने का प्रयास किया। हंगामा बढ़ता देख भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पीटीआई का कहना है कि पंजाब और इस्लामाबाद में पुलिस ने 3,500 से अधिक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस्लामाबाद जाते समय पुलिस के साथ झड़पों के दौरान दर्जनों पीटीआई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी का इस्लामाबाद की ओर लंबा मार्च उनके सर्वोच्च नेता इमरान खान और अन्य राजनीतिक कैदियों की जेल से रिहाई और न्यायपालिका की स्वतंत्रता तक जारी रहेगा। बता दें कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री ने 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए अंतिम आह्वान किया था। खान ने जनादेश की चोरी, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और संविधान के 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की थी। संविधान के 26वें संशोधन पर उन्होंने कहा था कि इसने तानाशाही शासन को मजबूत करने का काम किया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने रविवार को अपनी यात्रा शुरू की थी। पीटीआई अध्यक्ष गौहर अली खान ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद पार्टी के संस्थापक इमरान खान से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि मुलाकात का उद्देश्य इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन से संबंधित नवीनतम घटनाक्रम से खान को अवगत कराना तथा इस मामले पर उनका मार्गदर्शन लेना था। मुलाकात के बाद एक बयान में गौहर ने कहा कि उनसे पार्टी की रणनीति के बारे में चर्चा की गई। राजधानी में विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पार्टी के नेता यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि खान कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने में पूरी तरह से शामिल हों। 72 वर्षीय इमरान खान पिछले साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। उनकी पार्टी के अनुसार, उन पर 200 से अधिक मामले दर्ज हैं। उनमें से कुछ में खान को जमानत मिल गई है, कुछ में उन्हें दोषी ठहराया गया और कुछ अन्य पर सुनवाई जारी है।