हल्द्वानी। अनीता रावत
अब आपके हाथ की घड़ी एचएमटी बस यादें बनकर रह जाएंगी। हल्द्वानी के पास रानीबाग में एचएमटी के मुख्य गेट पर फैक्टी प्रबंधन ने ताले लटका दिए हैं। एचएमटी को बंद करने को लेकर हाईकोर्ट ने लगाई रोक को हटा दिया है। इस मामले में न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की एकलपीठ ने सुनवाई के बाद यह निर्देश दिए हैं।
हाईकोर्ट ने आठ दिसंबर 16 को इस मामले में दायर याचिका पर सुनवाई के बाद केंद्र सरकार के 17 नवंबर 2016 के एचएमटी बंदी के आदेश पर रोक लगा दी थी। केंद्र सरकार ने इस आदेश में एचएमटी फैक्ट्री रानीबाग को स्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की थी। एचएमटी कामगार संघ से जुड़े 146 कर्मचारियों ने इस आदेश को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर चुनौती दी थी। याचिकाकर्ताओं ने कहा था कि कर्मचारियों का वेतन और सेवाकाल का विवाद सुलझाए बिना फैक्ट्री को बंद नहीं की जा सकती। इधर, मामला एकलपीठ ने मामले में सुनवाई के बाद दिसंबर 2016 में लगी रोक को हटा दिया है। इससे अब 91 एकड़ जमीन में स्थापित एचएमटी फैक्ट्री के साथ ही 500 मशीनों की सांसें भी भी रूक गई है। इस फैक्ट्री का संचालन करने के लिए 512 कर्मचारी तैनात थे, जिसमें से अधिकांश कर्मियों ने बीआरएस ले लिया था, लेकिन अब तक 146 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे, जिससे इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है। हालांकि वह अब भी आंदोलन के लिए तैयार है। उनका कहना है कि वह अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहेंगे।