काबुल।
अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग (एआईएचआरसी) ने कहा है कि उसके कायार्लय भवनों पर 15 अगस्त से तालिबान आतंकवादियों का कब्जा है। लिहाजा वह संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से एक स्वतंत्र निकाय स्थापित करने की अपील करता है ताकि अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की निगरानी की जा सके।
एआईएचआरसी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि तालिबान ने उसकी इमारतों पर कब्जा करने के अलावा नियुक्तियां भी की हैं और कारों और कंप्यूटर जैसी संपत्ति का इस्तेमाल किया है। आयोग ने कहा कि चूंकि तालिबान ने मानवाधिकारों की लगातार अवहेलना की है, जिसमें मानवाधिकार रक्षकों पर हमले और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के प्रमुख उल्लंघन शामिल हैं, ऐसे में उसे बहुत कम विश्वास है कि तालिबान सरकार अपने जनादेश और स्वतंत्रता का सम्मान करेगी। बयान में कहा गया है कि तालिबान द्वारा महिलाओं के रोजगार और सार्वजनिक जीवन में भूमिका पर लगाए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर उसे डर है कि तालिबान अपनी महिला कर्मचारियों को कर्तव्यों के निर्वहन की अनुमति नहीं देगा।