टोक्यो।
ओलंपिक के पहले मैच में न्यूजीलैंड को हराने वाली भारतीय हॉकी टीम शनिवार को बेजान नजर आई। ग्रुप ए के अपने दूसरे मैच में रविवार को मजबूत ऑस्ट्रेलिया से 1-7 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारत अपना अगला मैच 27 जुलाई को स्पेन के खिलाफ खेलेगा।
ऑस्ट्रेलिया ने पहले हॉफ में ही 4-0 की बढ़त हासिल करके जीत सुनिश्चित कर ली थी। भारतीयों ने दूसरे हॉफ के शुरू में कुछ दम दिखाया लेकिन ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ बड़े अंतर से पिछड़ने पर वापसी आसान नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से डेनियल बील (10वें), जेरेमी हेवार्ड (21वें), फ्लिन ओगलीवी (23वें), जोशुआ बेल्ट्ज (26वें), ब्लैक गोवर्स (40वें और 42वें) और टिम ब्रांड (51वें मिनट) ने गोल किए। भारत का एकमात्र गोल दिलप्रीत सिंह ने 34वें मिनट में किया। ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाया। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहले हॉफ में ही उसने 11 शॉट गोल पर मारे जिसमें उसने चार को गोल में बदला। भारत इस बीच तीन शॉट ही ऑस्ट्रेलियाई गोल पर मार पाया लेकिन उसे उसमें कोई सफलता नहीं मिली। इस बीच यदि गोलकीपर पी आर श्रीजेश ने दो खूबसूरत बचाव नहीं किए होते तो भारत की स्थिति और बदतर होती। वहीं पहले मुकाबले में नीदरलैंड से हारने के बाद महिला हॉकी टीम सोमवार को पूल ए के अपने दूसरे मैच में दुनिया की तीसरे नंबर की टीम जर्मनी के खिलाफ वापसी की कोशिश करेगी। अपना लगातार दूसरा ओलंपिक खेल रही भारतीय टीम के लिए पूरे 60 मिनट तक लय बरकरार रखना आसान नहीं होगा। भारतीय मुख्य कोच शुअर्ड मारिन ने कहा, हमने नीदरलैंड के खिलाफ मैच देखा और उन चीजों के बारे में बात की, जिनमें हमें सुधार की जरूरत है और हम इस वक्त इसी पर ध्यान लगाए हैं। अगर हम पूरे मैच में निरंतर रहते हैं तो नतीजा बेहतर होगा। छह टीमें अपने ग्रुप में शीर्ष चार में रहना चाहेंगी ताकि वे क्वार्टर फाइनल में जगह बना लें। इसलिए लीग चरण के हर मैच का नतीजा अहमियत रखेगा।