नई दिल्ली। नीलू सिंह
गुरुग्राम जिले के उल्लावास गांव में गुरुवार सुबह निमार्णाधीन चार मंजिला इमारत ढह गई। इमारत के मलबे में 7 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। इस हादसे में अब तक 6 लोगों के मरने की पुष्टि हो गई है। एक की तलाश अब भी जारी है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य सुबह से ही जारी है। उल्लावास हादसे में मारे गए युवक मोहित के पिता जोगिंदर ने सेक्टर-65 थाना में मकान मालिक दयाराम और ठेकेदार के खिलाफ शिकायत दी है। पुलिस ने इस संबंध में आईपीसी की धारा 304-ए के तहत एफआईआर दर्ज जांच शुरू कर दी है। बता दें कि मलबे से उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर निवासी कुलदीप का आधार कार्ड मिला है। कुलदीप और विशाल दोनों सगे भाई थे और उनके पिता का नाम राजमन है। हादसे के बाद आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों ने कहा कि ये इमारत अनधिकृत थी। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ईशम सिंह ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अपने नजदीकी बेस कैंप से घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। दमकल विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) से भी मदद मांगी गई है। उन्होंने कहा कि बचाव दल को कंक्रीट, लोहे की ग्रिल और मलबे को हटाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सात लोगों के फंसे होने की आशंका है। सभी मजदूर हैं। सिंह ने कहा कि इमारत पहले तीन मंजिला थी। चौथी मंजिल के लिए बुधवार को एक और कंक्रीट की छत रखी गई थी, जो पहले ढही और फिर फौरन ही पूरी इमारत के ढहने का कारण बनी।