देहरादून। अनीता रावत
गंगा की अविरलता और निर्मलता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नमामि गंगे की गंगा मशाल यात्रा का तीर्थनगरी ऋषिकेश से शुभारंभ किया गया। इस दौरान त्रिवेणीघाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर समा बांधा। नृत्य नाटिका पर आधारित रामायण देखकर लोग भाव विभोर हो गए।
सोमवार को नमामि गंगे और 137 गंगा टास्क फोर्स की संयुक्त गंगा मशाल यात्रा के लिए पहुंचे लोगों का त्रिवेणीघाट ऋषिकेश पर गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। हेप्पी माउंटेनसरी स्कूल की छात्राओं ने संपूर्ण रामायण की प्रस्तुति नृत्य नाटिका के माध्यम से दी। गंगा की स्वच्छता के प्रति जनजागरूकता को नाटय मंचन भी किया गया।कार्यक्रम का संचालन जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने किया। 127 इको टास्क फोर्स के कर्नल रोहित श्रीवास्तव, 137 गंगा टास्क फोर्स मेजर एलएन जोशी, मेजर गोल्डी बोरा, सूबेदार देवेंद्र सिंह, राइफलमैन वासुदेव सिंह, मंगसीर सिंह, क्रांति रावत के नेतृत्व में प्रयागराज से कई लोग यात्रा के लिए ऋषिकेश पहुंचे। गंगा मशाल यात्रा को ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं ने हरी झंडी दिखाकर हरिद्वार के लिए रवाना की। मौके पर नेशनल मिशन क्लीन फॉर गंगा के डिप्टी डायरेक्टर सुनील कुमार सिंह, यात्रा के नोडल अधिकारी और डीडीओ सुशील मोहन डोभाल, नगर आयुक्त जीसी गुणवंत, वनक्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एम एस रावत, डा. नीलम पंत, विनिता रमोला, भूपेंद्र रावत, उपनिरीक्षक उत्तम रमोला, पार्षद अनिता रैना, वीरेंद्र रमोला, विजय बडोनी, मनीष बनवाल, विकास तेवतिया, अजीत सिंह आदि मौजूद रहे। गंगा मशाल यात्रा का नेतृत्व कर रहे 127 टास्क फोर्स इलाहाबाद के कर्नल रोहित श्रीवास्तव ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में बताया कि गंगा मशाल यात्रा का शुभारंभ सोमवार को ऋषिकेश त्रिवेणी घाट से किया गया। यात्रा ऋषिकेश से हरिद्वार, बागपत, कानपुर, इलाहाबाद, बनारस, पटना होते हुए कोलकाता से गंगासागर पहुंचेगी। यात्रा का उद्देश्य गंगा की धारा को अविरल और निर्मल बनाना है। यात्रा का समापन 26 नवंबर को गंगासागर में किया जाएगा। गंगा मशाल यात्रा के स्वागत के दौरान मेयर ऋषिकेश अनिता ममगाईं ने गंगा की स्वच्छता के लिए लोगों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि गंगा की पहचान नदी नहीं मां के रूप में है। उन्होंने भारतीय सेना के जज्बे और साहस को सलाम किया।