लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मानव तस्करी गिरोह के एक सदस्य के साथ ही तीन बांग्लादेशी नागरिकों को बुधवार को गिरफ्तार किया। चारों चंदौली जिले के दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से पकड़े गए। संदिग्ध प्रतीत होने पर चारों को एटीएस मुख्यालय लखनऊ लाया गया, जहां पूछताछ के बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यह गिरोह म्यांमार व बांग्लादेश के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके भारतीय आधार कार्ड व पासपोर्ट बनवाने के बाद मानव-तस्करी कर उन्हें विदेश भेजता था। उनके कब्जे के फर्जी दस्तावेजों से बना भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड व पैन कार्ड के अलावा कई एटीएम कार्ड व विभिन्न देशों की मुद्राएं बरामद हुई हैं।
इससे पहले एटीएस की वाराणसी यूनिट को ऐसी खुफिया सूचना मिली थी कि गिरोह के सदस्य राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली से आ रहे हैं। गिरोह के सदस्य मुस्लिम नाम को हिन्दू में परिवर्तित कर उनके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनवाए गए भारतीय पासपोर्ट के आधार पर विदेश भेजते थे।
एटीएस ने इस संबंध में अपने लखनऊ थाने में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 370, 120(बी) व 34 के अलावा पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12(1) व 12(2) तथा 14 विदेशी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त मिथुन मंडल पुत्र गुरदास मंडल की पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के कलना में यूरोपियन टूर एंड ट्रैवेल नाम से एक ट्रेवल एजेंसी भी है l अभियुक्त शाउन अहमद, मोमिनुर इस्लाम व मेंहदी हसन बांग्लादेश के मदारगंज में एक होटल में काम करते थे। तीनों 16 अगस्त को अवैध रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर के भारत में आए थे l भारत में आने के बाद शाओन अहमद का पिंटू दास, मोमिनुर इस्लाम का रोमी पाल व मेंहदी हसन का बापी राय के नाम से भारतीय दस्तावेज बनवाए गए। दस्तावेजों में तीनों का भारतीय पता पश्चिम बंगाल के नादिया जिले का दिखाया गया है।