हल्द्वानी। अनीता रावत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के भवाली के प्यूड़ा स्थित बंगले में सोमवार को हुई आगजनी और फायरिंग की घटना के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी को देर शाम जिला न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।पुलिस क्षेत्राधिकारी भवाली भूपेंद्र धौनी ने बताया कि मामले में थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर, भवाली व भीमताल के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गई थीं। आरोपियों को बुधवार को स्विस बैंक विलेज से आगे बैंड पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। पकड़े गए आरोपियों में चंदन सिंह लोधियाल (27 ) पुत्र हरेंद्र सिंह निवासी नथुआखान, उमेश मेहता (30) पुत्र गंगा सिंह मेहता, कृष्ण सिंह बिष्ट (30) पुत्र शंकर सिंह बिष्ट और राजकुमार मेहता (29) पुत्र गंगा सिंह मेहता तीनों निवासी सूपी गांव रामगढ़ शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक चंदन सिंह के पास से पिस्टल और मैगजीन बरामद हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि वह रीठा के कुंदन सिंह चिलवाल के नेतृत्व में प्रदर्शन के लिए गया था। प्रदर्शन के दौरान आवेश में आकर उसने फायरिंग कर दी थी। जबकि अन्य तीनों आरोपियों ने सिर्फ प्रदर्शन करने और घर के केयरटेकरों से अभद्रता की बात स्वीकार की है। चारों खुद को बजरंग दल से जुड़ा बताते हैं। बीते सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के प्यूड़ा स्थित बंगले के बाहर उनका पुतला दहन किया था। ये लोग सलमान खुर्शीद द्वारा लिखी गई किताब में हिन्दुत्व पर की गई टिप्पणी को लेकर आक्रोश जता रहे थे। विरोध प्रदर्शन के कुछ देर बाद कॉटेज में आगजनी की घटना हुई। केयर टेकर के परिवार के साथ अभद्रता के साथ ही घर पर करीब सात राउंड फायरिंग भी की गई। पुलिस ने इस मामले में एक नामजद राकेश कपिल सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए चारों युवक अपना कारोबार करते हैं। गिरफ्तार उमेश की रामगढ़ में ऑटोमोबाइल की दुकान है। चंदन लोधियाल होटल कारोबारी है और उसके खिलाफ पहले भी पुलिस में कई मामलों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बाकी दो आरोपी भी पर्यटन से जुड़े कार्य में सक्रिय हैं। खुर्शीद के घर आगजनी की घटना के बाद चारों ने अपने फेसबुक प्रोफाइल को डिलीट कर दिया है।