नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के हिंदुत्व की तुलना आईएस और बोको हराम से करने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस के अंदर भी कई नेता उनकी इस तुलना से सहमत नहीं हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हिंदुत्व की जिहाद से तुलना करना तथ्यात्मक रूप से गलत और अतिशयोक्ति है। राजनीतिक विचारधारा के तौर पर हम हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते, क्योंकि यह हिंदू धर्म की मिली-जुली संस्कृति से अलग है। पर इसकी तुलना जिहाद से नहीं की जा सकती। पार्टी के कई दूसरे नेता भी मानते हैं कि खुर्शीद को अभी इस किताब के विमोचन से बचना चाहिए था। इस बीच, विवाद बढ़ने पर खुर्शीद ने कहा कि क्या देश में हिंदू-मुस्लिम एकता नहीं होनी चाहिए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता की अयोध्या फैसले पर लिखी किताब को लेकर कांग्रेस की सहयोगी पार्टियां भी एतराज जता रही हैं। इनमें शिवसेना भी शामिल है। वहीं, खुर्शीद ने चुनाव से पहले इस किताब के जरिये भाजपा को एक मुद्दा दे दिया है। इससे पहले, उनके बटला हाउस एनकाउंटर को लेकर दिए बयान पर भी काफी विवाद हुआ था। कांग्रेस ने खुर्शीद की किताब पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। पर पार्टी के अंदर कई नेता इस विषय पर उनका समर्थन भी कर रहे हैं। उनकी दलील है कि हमारे सभ्यतागत मूल्य खतरे में हैं। जिन लोगों को पद्मश्री मिला है, वे कहते हैं कि असली आजादी 2014 में मिली। उन्हें अब ‘भारत रत्न’ भी दिया जा सकता है। बावजूद इसके चुनाव से पहले हुए इस विवाद से पार्टी को सियासी नुकसान होने की आशंका है।