हल्द्वानी। वनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के महल की तरह बने दो मकानों में कुल करीब दो दर्जन कमरे हैं। इन दोनों मकानों को गली में ब्रिज बनाकर आवाजाही के लिए जोड़ भी रखा है। महलनुमा इन दो मकानों में मलिक परिवार के कुल चार सदस्य ही रहते हैं। कुर्की की कार्रवाई के दौरान टीम को मलिक के घर से विदेशी मुद्राएं भी मिली हैं।
पुलिस के वश्विसनीय सूत्रों के मुताबिक, मलिक के घर में जब टीम ने छानबीन शुरू की तो वहां रखी अलमारियों में भरतीय मुद्रा के साथ-साथ विदेशी मुद्राएं भी मिलीं। जानकारी के मुताबिक, इनमें बांग्लादेश, नेपाल, सउदी अरब व कुछ अन्य देशों की करेंसी शामिल हैं। हालांकि उनकी संख्या कितनी है, इस बारे में पुलिस फिलहाल कुछ नहीं बता रही है। सूत्र बताते हैं कि विदेशी मुद्राएं भी जब्त कर ली गई हैं। मलिक और उसके बेटे के मकान पर कुर्की की कार्रवाई शुक्रवार को शुरू हुई थी। टीम को आपस में जुड़े इन दोनों मकानों की छानबीन करनी थी। वनभूलपुरा में लाइन नंबर आठ के बिलाली मस्जिद मार्ग पर अब्दुल मलिक का मुख्य घर है। वहीं उसके ठीक पीछे गली में उसका दूसरा मकान बना है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुख्य घर में करीब 10-12 कमरे हैं। हर कमरा महंगे सोफा सेट और कीमती एंटीक आइटम से सजा हुआ था। वहीं महाराजा डायनिंग सेट और अन्य फर्नीचर घर में रखे हुए मिले। इसके अलावा पीछे की गली में बने दूसरे मकान को मलिक ने सीमेंटे़ड ब्रिज से जोड़ा हुआ है। उस मकान में भी करीब 8-10 कमरे बने हुए हैं। वहां भी टीम को कीमती सामान की भरमार मिली। पुलिस ने उस मकान से भी सामान जब्त कर लिया है।