नई दिल्ली। टीएलआई
दिल्ली में केंद्र और राज्य सरकार के नाक के नीचे नकली खाद्य पदार्थ बनाने का खेल चल रहा था और किसी को भनक तक नहीं लग रही थी। पूरा खेल तीन माह से जलालाबाद में चल रहा था। आरोपियों ने खुलासा किया कि जलालाबाद में अधिकतर लोग नकली सामान बनाते हैं। आरोपी नकली जीरा बनाने के लिए फूलझाड़ू के चूरे में गुड़ और पत्थर का चूर्ण का इस्तेमाल करते थे। बवाना पुलिस ने नकली जीरा बनाने वाली फैक्टरी को पकड़ने के बाद मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बीस हजार किलो नकली जीरा और 8075 किलो कच्चा पदार्थ बरामद किया है। नकली जीरा बनाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि गिरोह का सरगना अभी फरार है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में आरोपी हरिनंदन ने बताया कि ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए अगस्त से दिल्ली में नकली जीरा बनाने की शुरुआत की। इससे पहले गैंग शाहजहांपुर में फैक्टरी चला रहा था। आरोपियों ने बताया कि दिल्ली से नकली जीरा की सप्लाई आरोपी नकली जीरा की सप्लाई गुजरात और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में करते थे। उन्होंने बताया कि करीब तीन माह पहले ही पूंठखुर्द गांव में सुरेश कुमार का घर किराए पर लिया था। गैंग का सरगना लालू फरार है, जबकि पकड़ा गया मुख्य आरोपी हरिनंदन ही नकली जीरा बनाता था। पुलिस ने हरिनंदन और वहां कार्य करने वाले चार मजदूरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान हरिनंदन, कामरान, गंगा प्रसाद, हरीश और पवन के रूप में हुई है।